आज के लेख में हम Ndma Full Form के बारे में बताएँगे और इसका गठन कब किया था और किसकी वजह से किया ? आज हम आपको NDMA meaning in Hindi के बारे में बताएँगे और एनडीएमए की संस्थाये और कार्यो के विषय में बात करेंगे।
इण्डिया में हिन्द महासागर त्सुनामी – 2004 , गुजरात में भूकंप – 2001 , ओडिशा सुपर साइक्लोन -1999 , होने के बाद NDMA की संस्थाकी स्थापना की गई थी क्योकि अब इस तरह से किसी प्राकृतिक घटना घटे तब सही समय पर लोगो की समस्या को दूर कर सके।
एनडीएमए की संस्था का गठन 27 सितंब साल 2006 में किया था और अधिनियम 2005 की धारा 3 (1) के नजर रखते हुवे गठित किया था यह इण्डिया की आपदा के नीतिया , योजना और दिशानिर्देशों को दर्शाता है।
अब हम ndma full form और इसके साथ जुडी संस्थाओ के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे और NDMA meaning in Hindi के बारे में बताएँगे अगर आप भी इसके बारे में जानना चाहते है तो हमारे साथ जुड़े रहिये।
What Is Ndma full form In Hindi –
NDMA full form – National Disaster Management Authority है और NDMA meaning in Hindi – राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण पहचाना जाता है। एनडीएमए भारत की गवर्मेंट के गृह मंत्रालय की agency है। इस agency का कार्य प्राकृतिक और मानव निर्मित समस्या का सामना करना और उसके सामने लड़ने की क्षमता प्रदान करना और लोगो को सही और सुरक्षित सेवाएं प्रदान करना है।
Ndma क्या है – ( What Is NDMA In Hindi )
हमने आपको पहले भी बता दिया की एनडीएमए की स्थापना 27 सितंबर साल 2006 में आपदा अधिनियम 2005 के अनुसार किया गया है।
इण्डिया में आपत्ति प्रबंधक के लिए NDMA नीतियों को लागु करता है। NDMA भारत में आपदा सबंधित नीतिया घड़ना , दिशानिर्देशों को दर्शाना और भारत में आपदा का सामना करने के लिए राज्य आपदा से जुडी हर परेशानी में साथ देता है और समन्वय का कार्य करता है।
इस के बारे में भी जानिए –
आपदा की बात की जाय भारत में तो राज्य की गवर्मेंट जिम्मेदार ठहराई जाती है लेकिन भारत सरकार देश के राज्यों को आर्थिक सहायता और आर्मी , केंद्रीय अर्धसैनिक बल को समस्या का सामना करने के लिए तैनात किया जाता है।
India में प्राकृतिक आपदाओ का प्रबंधक गृह मंत्रालय को नोडल मंत्रालय से जाना जाता है और इसका मुख्यालय NDMA भवन, सफदरजंग एन्क्लेव new Delhi में स्थित है।
भारत में आपदा प्रबंधन संस्थागत संरचना –
India में NDMA आपदा का प्रबंधक हेतु सरकार के अनुसार और संस्था की संरचना राष्ट्रीय , राज्य और जिला लेवल पर किया गया है।
भारत की केंद्र central government plans, policies और दिशा – निर्देशों को तैयार करते है और technology , financial and sustenance की सहायता प्रदान करती है और राज्य लेवल की एजेंसियों के साथ मिलकर कार्य को अंजाम देती है।
1. राज्यस्तरीय संस्थाएं :
- pm नरेंद्र मोदीजी ने 1 जून साल 2016 को NDMP को जारी किया था। देश के इतिहास में प्रथम बार ऐसी राट्रीय योजना बनाई गई थी।
- NDMP आपदा जोखिम घटाने के लिये प्रमुखतः सेंडाई फ्रेमवर्क में तय किये गए लक्ष्यों और प्राथमिकताओं के साथ तालमेल करता है।
- योजना का मुख्य कार्य भारत को आपदा मुक्त बनाना है कई समस्या को दूर करना और इसमें कमी लाना इसके साथ देश में आर्थिक, शारीरिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय सबंधित कई नुकशान को रोकना है। इसकी वजह से कई समुदायों और की समस्या को सामना करने की क्षमता को बढ़ाया है।
- आपदा समस्या को समजना और एजेंसियों को सहयोग , आपदा की न्यूनीकरण , DRR में सहयोग और संरचनात्मक उपायों की क्षमता का विकास करना।
NDMP योजना के कार्य की पहचान 18 कार्यो के रूप में हम जान सकते है और वह आप निचे देख सकते है।
- पूर्व चेतावनी
- मानचित्र
- उपग्रह इनपुट
- सूचना प्रसार पशु और लोगों को हटाना
- स्वास्थ्य सेवाएँ
- पेयजल
- निर्जलीकरण पंप
- स्वच्छता सुविधाएँ
- सार्वजनिक स्वास्थ्य खाद्य
- आवश्यक आपूर्ति संचार आवास
- झोपड़ियाँ बिजली ईंधन परिवहन राहत रसद
- आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन पशु के शवों का निपटान
- प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिये चारा
- पुनर्वास एवं पशुधन
- अन्य जानवरों के लिये पशु चिकित्सा देखभाल
- डेटा संग्रह
- प्रबंधन राहत
- रोज़गार मीडिया संपर्क
इस योजना में आपदा के जोखिम समस्या को निपटने के लिए इसमें कई अध्याय भी शामिल किये गए है। इसमें राज्य और केंद्र से सबंधित भूमिकाओं से जुडी एजेंसियों को दी गई है। इसमें कई क्षेत्र में केंद्र सरकार और बाकि राज्य सरकार आपदा समस्या का सामना करने के लिए बेहतर बनाने की कार्यवाही करेगी।
DRR और संस्थागत सुदृढ़ीकरण विकास हेतु हिस्सेदारी नजरिये से बढ़ावा देने के लिए पसंद किये गए अधिकारियो के साथ मिलकर शिकायत निवारण कार्य करने के लिए आपदा समस्या और गुणवत्ता वाले मानकों , प्रमाणीकरण को बढ़ावा देना है।
2 . राज्यस्तरीय संस्थाएं :
- SDMA की यह योजना को राज्य स्तरीय राज्य के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आपदा से सबंधित नीतिया और योजना तैयार की जाती है।
- इसमें राज्य के कार्यो के समन्वय आपदा के शमन के लिए तैयार रहने के उपाय और राज्य के अनेक क्षेत्रो की नीतियो की समीक्षा के लिए उत्तरदायी बनता है ताकि इसमें रोकथाम, तैयारी और शमन उपायों को सुनिश्चित हो सके।
- राज्य के आपदा नीतियों का नेतृत्व राज्य का मुख्य सचिव करता है SEC आपदा के अधिनियम के जरिये राट्रीय निति , राट्रीय योजना , और राज्य योजना के कार्यो में समन्वय और निगरानी के लिए उत्तरदायी माने जाते है।
3. ज़िलास्तरीय संस्थाएँ :
NDMP प्रबंधक अधिनियम की धारा के अनुसार भारत देश के सभी राज्यों के हर जिले के लिए एक DDMA की स्थापना की गई है।
NDMP अध्यक्ष के रूप District Magistrate / District Collector / Deputy Commissioner प्रमुख होता है। इसके अलावा स्थानीय क्षेत्र में प्राधिकरण का निर्वासित प्रतिनिधि सह अध्यक्ष होता है। जनजाति क्षेत्र को छोड़कर जिले की परिषद का प्रमुख कार्य का सदस्य सह अध्यक्ष नियुक्त होता है।
इसके साथ ही जिले की जिला परिषद् में एक DDMA अध्यक्ष होगा।
जिला प्राधिकरण के पास क्षेत्र में निर्माण को चेक करने सुरक्षा मनको लागु करना और राहत उपायों को लागु करना यह जिला आपदा के प्रति सामना करने का अधिकार है।
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्य – NDMA
- आपदा प्रबंधन पर नीतियां घड़ना
- आपदाका सामना करने के लिए राष्ट्रीय योजना को मंजूरी
- एनडीएमए योजना के अनुसार भारत गवर्मेंट के मंत्रालयों द्वारा बनाई गई योजना को मंजूरी
- आपदा को रोकना , आपदा के प्रभावों को कम करना , दिशानिर्देश देना , दिशानिर्देशों का पालन ,
- आपदाओं का सामना करने का समय और दिशा निर्देशों को बनाना
- प्राकृतिक समस्या का सामना करने के लिए परिव्यय की मंजूरी लेना
- आपदा से सबंधित निति , योजना और कार्यो को समन्वय करना
- आपत्ति का सामना करने की क्षमता को विक्सित और रोकने का सही उपाय करना।
- NIDM के कार्यो के लिए नीति और दिशानिर्देश का निर्माण करना।
- केंद्र सरकार के मतानुसार घातक आपदा के समय पडोशी देशो को जरुरी सहाय करना।
निष्कर्ष –
हमें उम्मीद है की हमने आपको Ndma full form in Hindi के बारे में समझाया आपको अच्छे से समज आ गया होगा। इस आर्टिकल की मदद से आपको Ndma क्या है? और इसके साथ – साथ NDMA meaning in Hindi में जानकारी दी।
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